Dard Status

Dard Status express highly unpleasant sensation caused by broken heart. If someone want to show pain of his heart then they can share our best ever Dard Bhare Status (दर्द स्टेटस) in Hindi, Dard Bhari Shayari (दर्द शायरी), Dard SMS, Dard Bhare Quotes and Painful Status with Images on Whatsapp and Facebook.

प्यार का दर्द

Contents

नहीं पड़ता तेरे रोने से कोई फर्क ऐ मेरे दिल,
जिनके चाहने वाले ज्यादा हो वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं।

मुझको ढूंढ ही लेता है दर्द रोज़ किसी बहाने से,
शायद वाकिफ हो गया है वो मेरे हर ठिकाने से।

प्यार का सितम

उड़ रहा था दिल मेरा परिंदों की तरह,
जो तीर लगा दिल पर तो कोई मरहम न मिला,
देखना था सितम उनके प्रेम की अदाओ का,
ऐ सनम तेरे जैसा तो कोई दुश्मन न मिला।

रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं,
कैसे कह दूँ, मैं आज होश में नहीं,
मैं डूबा इस कदर तेरी आँखों के गहराई में,
कि हाथ में जाम हैं, मगर पिने का होश नहीं।

तेरा एहसास

इतनी बेचैनी से तुझको किसकी तलाश है,
वो कौन है, जो तेरी आँखों की प्यास है,
जबसे मिला हूँ तुझसे, सोचता हूँ यही मैं,
कि मेरे दिल में तेरा एक एहसास है,
जिंदगी के इस मोड़ पे, तुम मिले इस तरह,
जैसे कोई मंजिल, मेरे इतने पास है,
बस एक नजर की आस में, तकता हूँ तुझे,
देख तेरे खातिर, ये आशिक कितना उदास है।

इश्क़ का दर्द

अनचाहा अजीब सा मंजर नज़र आता है,
हर एक आँसू एक समंदर नज़र आता हैं,
मैं कहाँ रखूं इस शीशे से दिल को अपने,
जहाँ हर हाथ मैं एक पत्थर नज़र आता हैं।

तेरे इश्क़ का चर्चा, दुनिया में ना करेंगे,
मर जायेंगे लेकिन, तुझे रुस्वा ना करेंगे,
अगर गिला है तुझको, गुस्ताख़ निगाहों से,
तो अब हम, दूर से भी तुम्हें देखा ना करेंगे।

दर्द की किताब

दिल पे क्या गुजरी ये अनजान क्या जाने,
दर्द किसे कहते है ये बेजान क्या जाने,
हवा में तबाह हो गया घर जिस परिंदे का,
दर्द उस परिंदे का तूफान क्या जाने।

माफ़ की हर भूल तेरी,
हर खता को तेरी भुला दिया,
दर्द है बस इतना,
कि तूने मेरे प्यार का, बेवफा बनके सिला दिया।

मेरी ज़िन्दगी

हर ज़ख्म ज़िन्दगी का उनकी मेहरबानी है,
मेरी ज़िन्दगी तो एक अधूरी कहानी है,
मिटाना चाहते तो मिटा देते हर दर्द को,
मगर ये दर्द ही तो उनकी आखिरी निशानी है।

मोहब्बत की तलाश में
क्यों निकले हो तुम,
मोहब्बत खुद तलाश लेती है,
जिसे बर्बाद करना हो।

मोहब्बत की मोहब्बत

जब टूटता है दिल तो बहुत दर्द होता है,
करके मोहब्बत ये दिल भी खूब रोता है,
दर्द का एहसास तो तब होता है,
जब हमारी मोहब्बत की मोहब्बत कोई और होता है।

न पूछो हालत, उनकी रुसवाई के बाद,
मंजिल खो गयी मेरी, जुदाई के बाद,
आँखों को घेरती हैं घटायें हरपल यादों के बाद,
लापता हो गया हूँ दर्द भरी तन्हाई के बाद।

भुला दो मुझको

अब कोई अच्छी सी सजा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भुला दो मुझको;

अपने दिल में बसी तस्वीर मेरी,
ऐसा करो जला दो उसको;

मेरी वफ़ा पर अगर शक है तुम्हें,
तो फिर नज़रों से गिरा दो मुझको;

दिल के जख्म

मोहब्बत में मिले दर्द के अभी निशान बाकी है,
नाम लबो पर है लेकिन आह्वान बाकी है,
क्या हुआ अगर देख कर मुँह फेर लेते हैं वो,
तसल्ली हैं कि, उन्हें अभी तक शक्ल कि पहचान बाकी हैं।

हर बात पे आँसू बहाया नहीं करते,
दिल के दर्द सभी को बताया नहीं करते,
लोग नमक लेके घूमते हैं मुट्ठी में,
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।

वफाई का सबूत

 

करीब तेरे दिल के रहना चाहता हूँ मैं,
दूर हो कर तुझसे ना जीना चाहता हूँ मैं,
दर्द इस तनहाई का अब बर्दाश्त नहीं होता,
बस एक बार आजा लिपट कर रोना चाहता हूँ मैं।

दर्द को सीने से ना लगाते तो और क्या करते,
ग़म के आँसू ना बहाते तो और क्या करते,
उसने माँगा था हमसे वफाई का सबूत,
हम खुद को ना सताते तो और क्या करते।

दर्द की आज़माइश

गुजारिश हमारी वो मान न सके,
दर्द हमारा वो जान न सके,
कहते थे मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके।

हम सिमटते गए उनमें और वो हमें भुलाते गए,
हम सहते रहे दर्द और वो हमें आज़माते गए,
सोचा था बेपनाह मोहब्बत देख सीख जायेंगे वफा करना,
पर हम रोते गए और वो हमें खुशी-खुशी रुलाते गए।

दर्द का एहसास

रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
पर अब इस दर्द का एहसास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता।

 

कभी रो के मुस्कुराए तो कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी आई तेरी याद, दर्द से तड़प के रोए,
एक तेरा ही नाम लिखा था हजारों पन्नो पे,
जितनी जगह लिख के मुस्कुराए थे उस से ज्यादा मिटा कर रोए।

अब विश्वास नहीं होता

है रास्ता ना कोई दुआ के सिवा,
है सुनता ना कोई खुदा के सिवा,
है मैने भी देखा ज़िन्दगी को करीब से दोस्तों,
है साथ ना कोई दर्द मे आँसू के सिवा।

चहा तो बहुत उसको जिनको पा न सके,
ख्यालों में किसी और को ला न सके,
पोंछ लिए आँसू देखके उनकी ख़ुशी को,
पर अपनी ज़िन्दगी में कभी मुस्कुरा न सके।

दर्द के निशान

हम आज उनको अपना दर्द बताकर आए हैं,
खतों को उनके पानी में बहाकर आए हैं,
निकाल ना ले कोई उन खतों को पानी से,
इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं।

अब हर ज़ख्म को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
क्या सताएगा अब कोई और ज़ुल्म हमें,
ज़ुल्म-ओ-सितम को अब सताने लगे हैं हम।

दर्द ए सितम

दर्द देकर सवाल करते हो,
तुम भी जानम कमाल करते हो,

देख कर पूछ लिया हाल मेरा,
चलो कुछ तो ख्याल करते हो,

ये उदासियाँ कैसी शहर-ए-दिल में,
ये भी मुझसे सवाल करते हो,

दर्द भरी जिन्दगी

हर दर्द अपना जिंदगी से छुपा लेना,
दो पल की खुशी से बेहतर, ग़मों को गले लगा लेना,
अगर कहे कोई “है मोहब्बत आसान,”
तो उसे टूटा हुआ दिल मेरा दिखा देना।

दूर निकल गए कितना रिश्ते निभाते-निभाते,
हमने खो दिया खुद को अपनों को पाते-पाते,
कहते हैं लोग कि दर्द है मेरे दिल में,
और थक चुके हैं हम मुस्कुराते-मुस्कुराते।

इस दर्द को अपनी रूह में उतार लूँ,
ज़िन्दगी तेरी चाहत में सवार लूँ,
मुलाकात हो तुझ से कुछ इस तरह,
पूरी उम्र एक मुलाकात में गुजार लूँ।

आंसू भरी जिंदगी

दर्द कितना है बता नहीं सकते,
ज़ख्म इतने हैं दिखा नहीं सकते,
अब आंखों से ही समझ लो इस दर्द को,
आंसू गिरे हैं इतने कि गिना नहीं सकते।

इन आंखों मे आंसू आये न होते,
अगर वो हमें देख मुस्कुराये न होते,
जाने के बाद उनके बस यही दर्द रहेगा,
कि काश वो ज़िन्दगी मे हमारी आये न होते।

वो अपना दर्द आंसू बहा कर सुनते रहे,
हमारी तन्हाइयों मे भी आंखें चुराते रहे,
आखिर हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा,
क्योंकि हर दर्द को हम मुस्कुरा कर छिपाते रहे।

दर्द से नाता

अब दर्द से ही हमारा गहरा याराना लगता है,
दिन का सहारा दर्द और दर्द ही रात का सिरहाना लगता है।

हँसी में छिपे दर्द को उसके महसूस तो कर,
वो सज़ा देता है खुद को यूंही हस-हस कर।

कितने ज़ालिम थे वो, पहले दर्द भरे जख्म दिए,
और अब कुरेदने के लिए पूछते है “तुम अब कैसे हो?”

ना रखो उम्मीद इस दुनिया से हमदर्दी की,
बड़े प्यार से दर्द दे जाते हैं शिद्दत से चाहने वाले।

दिल तो सब कुछ सह कर भी चुप रहा,
पर कमबख्त इन आँखो ने दर्द बयाँ कर दिया।

मोहब्बत या नफरत

मोहब्बत का हिसाब कटी पतंग जैसा ही है दोस्तों,
वो गिरती उसी के घर है जिसकी छत बड़ी हो।

मैं बोला “बहूत प्यार आता है तुम पर।”
उसने अकड़ कर कहा “और आता ही क्या है तुम गरीबों को?”

यूँ तो नफरत है मुझे झूठ से ,
पर अच्छा लगता था जब मुझे वो ‘जान’ कहती थी।

मोहब्बत की हक़ीक़त का,
आखिरी सच खामोशी ही है।

जान कर भी मुझे तुम जान पाये,
आज तक मुझे तुम पहचान ना पाये,
खुद ही बेवफाई की थी हम ने,
ताकि तुझ पर कोई इलज़ाम न आये।

हमदर्द

दर्द बनकर ही रह जाओ हमारे साथ,
सुना है दर्द बहुत वक़्त तक साथ रहता है।

आप का इंतज़ार

मेरी कमी को अपने दिल में तलाश कर,
अगर मिले दर्द तो समझ लेना मोहब्बत अभी भी बाकी है।

सितम की रात

वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
अक्सर ये सोचकर उठ जाता हूँ नींद से,
किसी गैर की बाहों में मेरी कायनात होगी।

जख्मों पर नमक

एहसान वो किसी का लेते नहीं मेरा भी चुका दिया,
जितना खाया था नमक मेरे जख्मों पर लगा दिया।

दर्द का दर्द

दर्द सहने की इतनी आदत सी हो गई है कि
अब दर्द ना मिले तो बहुत दर्द होता है।

लफ्जों में दर्द

शुक्र करो की हम दर्द सहते हैं लिखते नहीं,
वर्ना कागजों पर लफ्जों का जनाजा उठता।

तेरे बिना नहीं जीना

चल हो गया फैसला कुछ कहना ही नहीं,
तू जी ले मेरे बगैर मुझे जीना ही नहीं।

उम्मीदो का दर्द

नहीं रखता मैं किसी से कोई भी उम्मीद,
क्यूंकि उम्मीदो से सिर्फ़ दर्द मिलता है और कुछ नहीं।

एहसास हुआ

आज मेरे दिल को कुछ खोने का एहसास हुआ,
आपसे एक बार फिर जुदा होने का एहसास हुआ।

दिल तो पागल है नादान है,
फिर भी इसकी हर बातों में एक सच होने का एहसास हुआ।

अपना तो साथ था ही कुछ पल का,
पर आपके एक पल के प्यार में हर पल जिंदगी जीने का एहसास हुआ।

आज मेरे दिल को कुछ खोने का एहसास हुआ,
आप से एक बार फिर जुदा होने का एहसास हुआ।

होंठ हिले लफ्ज निकले पर आप कुछ समझ ना सके,
क्योंकि एक बार फिर आप को जान के अंजान होने का एहसास हुआ।

आज मेरे दिल को कुछ खोने का एहसास हुआ,
आप से एक बार फिर जुदा होने का एहसास हुआ।

मुस्कुराने की आदत

दुआ मांगी थी आशियाँने की,
चल पड़ी आंधियाँ जमाने की,
मेरा दर्द कोई नहीं समझ पाया,
क्योंकि मेरी आदत थी मुस्कुराने की।

किसी के साथ

दिल के दर्द छुपाना कितना मुश्किल होता है,
टूट के फिर मुस्कुराना कितना मुश्किल होता है,
दूर तक जब चलो किसी के साथ तो फिर,
तनहा लौट के आना कितना मुश्किल होता है।

हमें भुला दिया

हो सकता है हमने अनजाने में आपको कभी रुला दिया,
आप ने दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया,
हम तो वैसे भी अकेले थे,
क्या हुआ अगर आप ने एहसास दिला दिया।

जख्म के निशान

कोई रूठा है हमसे के हम कुछ कहते नहीं,
कैसे मनाये जब वो हमें मिलते नहीं,
काश इस दर्द की जुबान होती तो बता देता,
पर वो जख्म के निशान कैसे दिखाएँ जो दिखते नहीं।

लौट के आजा

बहुत ही उदास है कोई शक्श तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा कोई बहाने से,
भले तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।

रोई तो जरूर होगी

वो रोई तो जरूर होगी खाली कागज देखकर,
ज़िन्दगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने खत में।

दर्द ए दिल

अब ना करूंगा अपने दर्द को बया किसी के सामने,
दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यूँ करना।

सह गए हर दर्द

समझा ना कोई दिल की बात को,
दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया,
जो सह गए हर दर्द को हम चुपके से,
तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया।

दर्द अभी ताजा है।

लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तकाजा है,
मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है,
गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर,
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है।

दर्द है दिल में

कितना दर्द है दिल में, दिखाया नहीं जाता,
गंभीर है किस्सा, सुनाया नहीं जाता,
एक बार जी भर के देख लो इस चेहरे को,
क्योंकि बार-बार कफ़न उठाया नहीं जाता।

दिल का दर्द…

पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
अकेले थे हम अकेले ही रह जाते हैं,
इस दिल का दर्द दिखाएँ किसे,
मलहम लगाने वाले ही जख्म दे जाते हैं।

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