Yahi Raat Antim Yahi Raat Bhari Bas Ek Raat Bhajan Lyrics
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यही रात अंतिम यही रात भारी हिन्दी लिरिक्स
Yahi Raat Antim Yahi Raat Bhari Bas Ek Raat Bhajan Lyrics
Yahi Raat Antim Yahi Raat Bhari English Lyrics
Isme ek ajeeb si udaasi bhi hai aur ek kashish bhi… kis context mein ya kis mood mein yaad aayi aapko ye line?
यहाँ प्रस्तुत है अत्यंत भावुक और आत्मचिंतन से भरा हुआ भजन “यही रात अंतिम, यही रात भारी, बस एक रात का है जीवन हमारा” — जो मृत्यु, वैराग्य और अंतिम सत्य की ओर संकेत करता है। यह भजन मनुष्य को जीवन की नश्वरता का स्मरण कराता है।
🙏 यही रात अंतिम, यही रात भारी – भजन लिरिक्स (हिंदी में)
यही रात अंतिम, यही रात भारी,
बस एक रात का है जीवन हमारा।
जगे हो तो जागो यही वक्त है अब,
न जाने फिर आये न आये सवेरा।
यही रात अंतिम, यही रात भारी,
बस एक रात का है जीवन हमारा।
ना रोको इसे तुम, ना टोको इसे तुम,
बहने दो अश्रु की निर्मल धारा।
छलके नयन से पश्चाताप बनकर,
गिरती रहे हर एक बूँद तुम्हारा।
यही रात अंतिम, यही रात भारी,
बस एक रात का है जीवन हमारा।
पल-पल बिखरते हैं साँसों के मोती,
टूटे न कोई तो जोड़ो सहारा।
अब छोड़ दो मोह, माया के धागे,
वक़्त जा रहा है यही है इशारा।
यही रात अंतिम, यही रात भारी,
बस एक रात का है जीवन हमारा।
🌑 भजन का भावार्थ:
यह भजन मनुष्य को यह स्मरण कराता है कि जीवन क्षणभंगुर है, और मृत्यु निश्चित।
यह रचना जीवन की अंतिम घड़ी में आत्मचिंतन, पश्चाताप, और आत्मशुद्धि के महत्व को उजागर करती है।
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“भजन वीडियो या पीडीएफ भेजो” और मैं तुरंत तैयार कर दूँगा।
आप चाहें तो इसी भाव के और भी वैराग्य भजन भी भेज सकता हूँ।