आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं Aao Bachcho Tumhe Dikhaye – Bhajan Lyrics
Contents
- 0.1 आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं Aao Bachcho Tumhe Dikhaye – Bhajan Lyrics
- 0.2 आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की हिन्दी लिरिक्स
- 0.3 🎶 गीत: आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ
- 0.4 📄 पीडीएफ संस्करण
- 0.5 📺 वीडियो लिंक
- 1 🕊️ भजन / देशभक्ति गीत लिरिक्स (Hindi Lyrics)
- 2 🎯 उपयोग के तरीके
- 3 🎁 Bonus विकल्प (मेड-टू-ऑर्डर)
- Title Song : Aao Bachcho Tumhe Dikhaye
- Film : Jagriti
- Music Director : Hemant Kumar
- Lyricist Singer : Pradeep
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की हिन्दी लिरिक्स
“आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ” एक प्रसिद्ध देशभक्ति गीत है, जिसे कवि प्रदीप ने लिखा और गाया है। यह गीत 1954 की फिल्म जागृति में शामिल है और इसका संगीत हेमंत कुमार ने तैयार किया है। यह गीत भारत की विविधता, वीरता और बलिदान की भावना को दर्शाता है।
🎶 गीत: आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ झाँकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बात-बात पे हाट-हाट में यहाँ निराला ठाठ है
देखो ये तस्वीरें अपनी गौरव की, अभिमान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
ये है अपना राजपुताना, नाज़ इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी, तीर, कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आज़ादी के नारों पे
कूद पड़ी थीं यहाँ हज़ारों पद्मिनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कण-कण से कुर्बानी राजस्थान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
देखो मुल्क मराठों का ये जहाँ शिवाजी डोला था
मुग़लों की ताक़त को जिसने तलवारों पे तोला था
हर पर्वत पे आग लगी थी हर पत्थर एक शोला था
बोली हर-हर महादेव की बच्चा-बच्चा बोला था
यहाँ शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
जलियाँवाला बाग़ ये देखो, यहाँ चली थीं गोलियाँ
ये मत पूछो किसने खेली यहाँ ख़ून की होलियाँ
एक तरफ़ बंदूकें दन-दन, एक तरफ़ थी तोलियाँ
मरने वाले बोल रहे थे इंक़लाब की बोलियाँ
यहाँ लगी थी बहनों ने भी बाज़ी अपनी जान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
ये देखो बंगाल, यहाँ का हर चप्पा हरा-भरा है
यहाँ का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरने वाला है
ढला है इसको बिजली ने, भूकंपों ने पाला है
मुट्ठी में तूफ़ान बाँधा है और प्राण में ज्वाला है
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
📄 पीडीएफ संस्करण
यदि आप इस गीत के पीडीएफ संस्करण को डाउनलोड करना चाहते हैं, तो आप PlanetRead की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं:
📺 वीडियो लिंक
इस गीत का वीडियो आप यहाँ देख सकते हैं:
यह गीत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, और हमें आज़ादी के महत्व का एहसास कराता है। यदि आप इस गीत का कवर वर्ज़न या अन्य देशभक्ति गीतों की जानकारी चाहते हैं, तो कृपया बताएं, मैं आपकी सहायता करने के लिए तत्पर हूँ।
आपके सामने प्रस्तुत है 🎶 “आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ झाँकी हिंदुस्तान की” — यह प्रेरणादायक देशभक्ति गीत 1954 की फिल्म Jagriti से है, जिसे होठों पर गाया है कवी प्रदीप और संगीत रचा है हेमंत कुमार द्वारा । ये लिरिक्स बच्चों और हर दिल वाले व्यक्ति में देशभक्ति की भावना जगाते हैं।
🕊️ भजन / देशभक्ति गीत लिरिक्स (Hindi Lyrics)
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ झाँकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम… वंदे मातरम… वंदे मातरम…
उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो, गंगा का ये घाट है
बाट-बाट में, हाट-हाट में, यहाँ निराला थाठ है
देखो ये तस्वीरें, अपने गौरव की अभिमान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम… वंदे मातरम… वंदे मातरम…
ये है अपना राजपूताना, नाज़ इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी-तीर-कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आज़ादी के नारों पे
कूद पड़ी थी यहाँ हज़ारों पद्मिनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कन-कण से, कुर्बानी राजस्थान की
इस मिट्टी से...
देखो मुल्क मराठों का, यहाँ शिवाजी डोला था
मुग़लों की ताकत को जिसने तलवारों पे तोला था
हर पर्वत पे आग लगी थी, हर पत्थर एक शोला था
बोली हर-हर महादेव की, बच्चा-बच्चा बोला था
यहाँ शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की
इस मिट्टी से...
जलियाँवाला बाग यह देखो, यहीं चली थी गोलियाँ
यह मत पूछो किसने खेली, यहाँ खून की होलियाँ
एक तरफ़ बंदूकें दन-दन, एक तरफ़ थीं टोलीयाँ
मरनेवाले बोल रहे थे, ‘इनक़लाब’ की बोलियाँ
यहाँ लगा दी बहनों ने भी बाज़ी अपनी जान की
इस मिट्टी से...
देखो बंगाल, यहाँ का हर चप्पा हरियाला है
यहाँ का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरनेवाला है
ढाला है इसे बिजली ने, भूकंपों ने पाला है
मुट्ठी में तूफ़ान बांधा है और प्राण में ज्वाला है
जनभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से...
🎯 उपयोग के तरीके
- 🌅 Independence Day / Republic Day के अवसर पर स्टेटस, रील्स या पोस्ट में उपयोग
- 🏫 स्कूल आयोजनों / प्रदर्शनियों में देशभक्ति गीत के रूप में प्रस्तुत
- 📱 WhatsApp/Facebook/Instagram Status — लिरिक्स के साथ वीडियो क्लिप या इमेज—नार्थ
- 🎉 देशभक्ति कार्यक्रम या सभा में सामूहिक गायन हेतु आदर्श
- 🎤 Bajarang मूड वाले Kids Performances में भी बहुत उपयोगी
🎁 Bonus विकल्प (मेड-टू-ऑर्डर)
यदि आप चाहें तो मैं बना सकता हूँ:
- 🎥 30 सेकंड वीडियो स्लाइड शो — लिरिक्स + HD patriotic images + संगीत
- 🖼️ HD लिरिक्स-ओवरले इमेजेस — सोशल मीडिया के लिए उपयुक्त पोस्टर स्टाइल
- 📄 Printable PDF लिरिक्स कार्ड — विद्यालय या जनसभा के लिए
- 🏷️ Instagram/Facebook Story Templates — श्रद्धापूर्ण ढंग से साझा करें
✍️ बस एक लाइन लिखें — “Video Status बनाओ”, “PDF चाहिये”, या “Image Pack भेजो” — मैं तुरंत तैयार कर दूँगा।
याद रखिए, ये शब्द सिर्फ गीत नहीं, ये हमारी मिट्टी, शहीदों और आज़ादी की गाथा बयान करते हैं। 🙏