Rain Status

प्यार की बरसात भीगे हम साथ

ये मत पूछ मझसे, कितनी मोहब्बत है उससे,
आग लग जाती है मुझे अगर बारिश की बूँद भी छू ले उसे।

हम अक्सर इश्क़ की बारिश में रहते हैं,
और वो कभी भीगने को तयार नहीं होते।

मिट्टी और बारिश

जो मुँह पे आ रही थी वो पाँव से लिपट गयी,
बारिश के बाद मिट्टी की फितरत ही बदल गयी।

खूब हौसला बढ़ाया आँधियों ने धूल का,
लेकिन दो बूँद बारिश ने औकात बता दी।

दिल का मिज़ाज

क्यों आग सी लगा के गुमसुम सी है ये चाँदनी,
हमको सोने भी नहीं देता ये मौसम का इशारा।

ज़िन्दगी में अब बेवजह प्यार के बीज न बोए कोई,
मोहब्बत की बारिश अक्सर ग़मों के पेड़ ही लाती है।

बरसात या अभिशाप

कुछ लोगों का तो दिल जीत लिया इस बरसात ने,
और कुछ इस सोच में डूबे हैं कि आज वो सोयेंगे कहाँ?

छत टपकती है उसके कच्चे घर की,
फिर भी दुआ करता है वो किसान बारिश की।

बारिश रईसों के वास्ते ख़ुशी की बात सही,
लेकिन मुफलिस की छत के लिये इम्तिहान होता है।

प्यार का मीठा दर्द

भीगेंगे जो किसी दिन हम मोहब्बत की बरसात में,
फिर इस दिल को इश्क़ का बुखार आना पक्का है।

अबकी बरसात की रुत और भी भड़कीली है,
जिस्म से आग निकल रही है लेकिन क़बा गीली है।

कच्ची मिट्टी से बना होता है उम्मीदों का घर,
जो ढह जाता है हकीकत की बारिश में अक्सर।

ये बारिश दिल को तड़पाती है

ना जाने क्यूँ लोग हमें आजमाते हैं,
कुछ पल साथ रह कर फिर दूर चले जाते हैं,
सच ही कहते हैं कहने वाले,
लोग सागर के मिलने के बाद बारिश को भूल जाते हैं।

खुश नसीब हैं वो बादल,
जो दूर होकर भी जमीन पर बरसते हैं,
एक बद नसीब हैं हम,
जो पास होकर भी मिलने को तरसते हैं।

बरसात और तेरा साथ

जरा ठहर, जब थम जाए बारिश तब जाना,
किसी का यूं तुझ को छूना मुझे अच्छा नहीं लगता।

बरसात का मजा तो तेरे गेसू दिखा गए,
अक्स आसमान पर पड़ा और अब्र छा गए।

जो आज आयी बारिश तो याद आया वो जमाना,
तेरा छज्जे पे रहना और मेरा सड़को पे नहाना।

बारिश के चुटकुले

क्या मौसम आया है,
हर तरफ पानी ही पानी लाया है,
एक जादू सा छाया है,
लेकिन तुम घर से बहार मत निकलना,
वरना लोग कहेंगे बरसात में मेंढक निकल आया है।

आसमान में काली घटा छायी है,
प्यार ने प्यार से बातें सुनाई है,
दिल तो करता है सुधर जाऊं,
मगर बाजू वाली आज फिर भीग के आई है।

बारिश ने दिया तेरी यादों का दरिया

हर मुलाकात को याद दिल से करते हैं,
कभी चाहत तो कभी जुदाई में आहें भरते हैं,
यूं तो रोज सपनो में तुम्हें बारिश में भीगता देखते हैं,
फिर भी अगली मुलाकात का इन्तज़ार दिल से करते हैं।

तब्दीली जब भी आती है मौसम की अदाओं में,
यूँ बदल जाना किसी का बड़ा याद आता है।

बारिश मे भीगे तेरी यादों से

मौसम भी है सुहाना, बारिश भी हो रही है,
बस एक कमी है जाना, तेरी याद आ रही है,
रिम झिम रिम झिम बारिश, टिप-टिप बरस रही है,
ये शोर कह रहा है बस एक कमी खल रही है,
तेरी याद आ रही है जाना, तेरी याद आ रही है।

ना जाने क्यूँ आपकी याद आ गयी,
मौसम क्या बदला बरसात आ गयी,
मैंने ध्यान से देखा बूंदों को,
तो हर बूंद में आपकी तस्वीर नजर आ गयी।

बारिश और आपका प्यार

तेरा साथ है तो मुझे किसकी कमी है,
तेरी हर मुस्कान देती मुझे ख़ुशी है,
मुस्कुराते रहना इसी तरह हमेशा,
क्यों कि तेरी मुस्कान में बसी जान मेरी है।

इस बरसात में हम भीग जायेंगे,
तमन्ना के फूल दिल में खिल जायेंगे,
अगर करे दिल मिलने को तो याद करना,
हम बरसात बनकर आप पे बरस जायेंगे।

बारिश में यादों ने दिल को घेरा

जब गुलाब कहीं पर खिलता है,
जब मौसम रंग बदलता है,
जब बादल खूब बरसते हैं,
जब हवा से खुशबू आती है,
जब चांदनी भी शरमाती है,
तब याद तुम्हारी आती है;
तब याद तुम्हारी आती है।

कल हल्की-हल्की बारिश थी,
कल सर्द हवा का रक्स भी था,
कल फूल भी निखरे-निखरे थे,
कल उन पे आप का अश्क़ भी था,
कल बादल काले गहरे थे,
कल चाँद पे लाखों पहरे थे,
कुछ टुकड़े आप की याद के,
बड़ी देर से दिल में ठहरे थे,
कल यादें उलझी-उलझी थी,
और कल तक ये ना सुलझी थी,
कल याद बहुत तुम आये थे;
कल याद बहुत तुम आये थे।

आंसुओं की बारिश

आज भीगी हैं पलके उनकी याद मे,
बादल भी सिमटे हैं अपने आप में,
बारिश की बूँदे ऐसे गिरी हैं जमीन पर,
मानो चाँद भी रोया हो उसकी याद मे।

कितना अधूरा लगता है तब,
जब बादल हों पर बरसात ना हो,
जब आंखें हों पर ख्वाब ना हो,
जब दिल हो पर दिलदार ना हो,
जब कोई अपना हो पर साथ ना हो।

यादों भरी बारिश

बरसात की भीगी रात में फिर एक सुहानी याद आयी,
कुछ अपना जमाना याद आया कुछ उनकी जुबानी याद आयी,
हम भूल चुके थे उन्हें जिसने हमें दुनिया में अकेला छोड़ दिया,
जब गौर किया तो एक सूरत जानी पहचानी सी याद आयी।

आज फिर तेरी याद आयी बारिस को देख कर,
दिल पर जोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर,
रोये इस कदर तेरी याद में,
कि बारिस भी थम गई मेरी आँखों की बारिश देख कर।

कितनी जल्दी ये मुलाक़ात गुजर जाती है,
प्यास बुझी भी नहीं बरसात गुजर जाती है,
अपनी यादों से कहो यूँ न आया करें,
नींद आती भी नहीं और रात गुजर जाती है।

तुम्हें पहली बारिश पसंद है और मुझें बारिश में तुम,
तुम्हें हसना पसंद है और मुझें हस्ते हुए तुम,
तुम्हें हमसे बात करना पसंद है और मुझें बोलते हुए तुम,
तुम्हें सब कुछ पसंद है और मुझें सिर्फ तुम।

ये बारिश भी बिलकुल तुम सी है,
जो बरस गई तो बहार है,
जो ठहर गई तो करार है,
किसी याद में किसी रात में,
कभी आ गई यूँ ही बेसबाब है,
कभी शोर है, कभी चुप सी है,
ये बारिश भी बिलकुल तुम सी हैं।

कुछ नशा आपकी बात का है,
कुछ नशा धीमी बरसात का है,
हमें आप यूँ ही सभी का न कहिये,
इस दिल पर असर आपसे मुलाक़ात का है।

आशिकों का हाल

आशिक तो आँखों की बात समझ लेते हैं,
सपनो में मिल जाये तो मुलाकात समझ लेते हैं,
रोता तो आसमान भी है अपने बिछड़े प्यार के लिए,
पर लोग उसे बरसात समझ लेते हैं।

बारिश हो ही जाती है मेरे शहर में फ़राज़,
कभी बादलों से तो कभी आंखों से।

न वो मौसम रहे ना वो नुमाइशे,
न वो घटा रहीं ना वो ख्वाहिशें,
लम्हों की बारिश ने ऐसा भिगोया है हमें,
कि न वो सावन रहे न वो बारिशें।

बारिश और तेरी याद

ख्यालों में वही, सपनों में वही,
लेकिन उसकी यादों में हम थे ही नहीं,
हम जागते रहे दुनिया सोती रही,
एक बारिश ही थी जो हमारे साथ रोती रही।

विरह के आंसू

मैं तेरे हिज्र की बरसात में कब तक भीगूँ,
ऐसे मौसम में तो दीवारे भी गिर जाती हैं।

फराज के आंसू

इस बार तो बारिश रुकी ही नहीं फराज,
हमने आंसू क्या पिए कि सारे मौसम रो पड़े।

बस तेरी याद

इस बारिश के मौसम में एक अजीब सी कशिश है,
ना चाहते हुए भी कोई शिद्दत से याद आ रहा है।

प्यार की तड़प

कभी जी भर के बरसना,
कभी बूँद-बूँद के लिए तड़पना,
अये बारिश तेरी आदतें भी मेरे यार जैसी हैं।

प्यार की बारिश

अब कौन घटाअों को घुमड़ने से रोक पायेगा,
ज़ुल्फ़ जो खुल गयी है तेरी अब तो सावन आयेगा।

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