Bewafa Status

बेवफ़ा यार

मैं सोचता रहा रात भर करवट बदल-बदल कर,
वो क्यों बदल गया इतना, मुझको इतना बदलकर।

 

शायरी की महफ़िल बनी है सच्चे आशिकों के लिये,
इन बेवफ़ाओं की क्या औकात जो शब्दों को तौल सकें।

तेरी बेवफ़ाई

वो न आये, उनकी याद वफ़ा कर गई,
उनसे मिलने की चाह, सुकून तबाह कर गई,
आहट दरवाज़े की हुई तो उठकर देखा,
उसके भ्रम में, हवा मज़ाक कर गई।

 

दर्द की गहराई, आँखों में उतर आयी,
कुछ ख़्वाब थे उनके, कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो बह रहे हैं पलकों से हल्के-हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी, कुछ तेरी बेवफ़ाई।

बेवफ़ाई की हवा

 

पूछते हैं लोग, क्यों सुर्ख हैं आँखें तुम्हारी,
मैं कह देता हूँ हंस के, रात सो न सका,
लाख चाहूँ बताना मगर ये कह न सकूँ,
रात रोने की हसरत थी पर रो न सका।

दर्द फूलों का उसकी झुकी डाली समझती है,
बात बागों की, बाग का माली समझता है,
ये बेवफ़ाई तूने किस कदर निभाई,
जो जलता है दिल, तो बेवफ़ा रोशनी समझता है।

आजमाकर देख लिया

हमें उन्होंने आजमाकर देख लिया,
एक धोखा हमने भी खा कर देख लिया,
क्या हुआ अगर हम हो भी गये उदास,
उन्होंने तो अपना दिल बहला कर देख लिया।

तू है बेवफ़ा इसलिए तेरी बेवफ़ाई में दिल को बेकरार न करूँ,
तू ऐतबार करे तब भी तुझसे प्यार न करूँ,
तू बेवफा है तो कुछ इस कदर बेवफ़ाई कर,
कि तेरे बाद किसी और से मैं प्यार ही न करूँ।

मोहब्बत की थी न?

वो पूछ बैठे मेरे ग़मों की वजह,
फिर हल्के से मुस्कुराये और बोले,
मोहब्बत की थी न?

 

तू माँग तो सही अपनी दुआ में बददुआ मेरे लिए,
खुदा क़सम मै हंसकर खुदा से आमीन कहूँगा।

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